क्षणिका
डाका 🌳🌴
"""'''"'"'''"🐟🐆
कीड़े,मकोड़े, मछली
जानवर तक से,
उसे कभी कोई ,
शिकायत नहीं रही,
कुदरत का खजाना
लूटने वालों में,
हमेशा, आदमी की
गिनती रही!
-रमेशकुमार भद्रावले
हरदा (म०प्र०)
नोट :- वन, पहाड़, झील
नदियाँ, बाग- बगीचे,
सौन्दर्य ये सब कुदरत का खजाना है। इसे आदमी ने ही लूटा है !!!!
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