20 October 2020

राहत

 क्षणिका
         राहत  👹 
          """"""""""

नव-रात्रि, में
हे, - माँ
कुछ ऐसा शंखनाद,
    हो जावे,
समूचे विश्व की
बड़ी आपदा,
कोरोना का
संहार हो जावे!

-रमेशकुमार भद्रावले
     हरदा (म०प्र०)

नोट :- है माँ, कोरोना रूपी राक्षस को खत्म कर, दुनिया को राहत प्रदान कर

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